वो पलटते हैं मेरी डायरी के सफे कि कोई तो मेरा किस्सा पुराना मिले,
हर नज़्म नाम उनके औ' वो कहते हैं कोई तो मेरे यार का इशारा मिले
हर नज़्म नाम उनके औ' वो कहते हैं कोई तो मेरे यार का इशारा मिले
कुछ उनकी नाजों-अदा और कुछ मेरी यह चुप रहने की आदत
कभी तो समझे वो इन ज़ज्बातों को तो सबको एक फ़साना मिले
कभी तो समझे वो इन ज़ज्बातों को तो सबको एक फ़साना मिले
अनुभव की चांदी जब जुल्फों पर छाने लगे औ' आइना चेहरा झुठलाने लगे
मेरी आँखों में झाँककर सँवारना ख़ुद को , तब भी तुझको वो चेहरा सुहाना मिले
मेरी आँखों में झाँककर सँवारना ख़ुद को , तब भी तुझको वो चेहरा सुहाना मिले
हुस्न की हो मूरत अभी तुम, कई सर तेरे दर पर सजदे में झुक जायेंगे
ढलती उम्र में देखना उस चौखट को, शायद हम सा ही कोई दीवाना मिले
ढलती उम्र में देखना उस चौखट को, शायद हम सा ही कोई दीवाना मिले
ख़बर हैं कि फ़िर कत्ल हुआ है उनके शहर में आशिक़ कोई ,
देखना कोई जाकर दोस्तों कहीं वो ही खंजर न पुराना मिले
देखना कोई जाकर दोस्तों कहीं वो ही खंजर न पुराना मिले
मैं मर भी रहा हूँ यूँ करके कि मेरी मइयत में तो आयेंगे
कुछ तो 'दास्ताँ' उनसे खुलकर मिलने का बहाना मिले
कुछ तो 'दास्ताँ' उनसे खुलकर मिलने का बहाना मिले
वाह क्या कहने...
ReplyDeleteवो पलटते हैं मेरी डायरी के सफे कि कोई तो मेरा किस्सा पुराना मिले,
ReplyDeleteहर नज़्म नाम उनके औ' वो कहते हैं कोई तो मेरे यार का इशारा मिले
-गज़ब कह गये भाई!! वाह! वाह!
कुछ उनकी नाजों-अदा और कुछ मेरी यह चुप रहने की आदत
ReplyDeleteकभी तो समझे वो इन ज़ज्बातों को तो सबको एक फ़साना मिले
wow...
ख़बर हैं कि फ़िर कत्ल हुआ है उनके शहर में आशिक़ कोई ,
ReplyDeleteदेखना कोई जाकर दोस्तों कहीं वो ही खंजर न पुराना मिले
vaah bahut sunder
कुछ उनकी नाजों-अदा और कुछ मेरी यह चुप रहने की आदत
ReplyDeleteकभी तो समझे वो इन ज़ज्बातों को तो सबको एक फ़साना मिले
समझ जाये कोई इन जज्बातों को ...कोई तो यार का इशारा मिले ...
बेहतर प्रस्तुति ...बहुत शुभकामनायें ...!!
atyant sundar!
ReplyDeletewow.....aaj to aapka tashan hi different hain.....but behad khoobsoorat
ReplyDeleteहुस्न की हो मूरत अभी तुम, कई सर तेरे दर पर सजदे में झुक जायेंगे
ReplyDeleteढलती उम्र में देखना उस चौखट को, शायद हम सा ही कोई दीवाना मिले
वाह...वाह....
क्या कहने...
बधाई हो!
वो पलटते हैं मेरी डायरी के सफे कि कोई तो मेरा किस्सा पुराना मिले,
ReplyDeleteहर नज़्म नाम उनके औ' वो कहते हैं कोई तो मेरे यार का इशारा मिले
वाह.....!!
अनुभव की चांदी जब जुल्फों पर छाने लगे औ' आइना चेहरा झुठलाने लगे
मेरी आँखों में झाँककर सँवारना ख़ुद को , तब भी तुझको वो चेहरा सुहाना मिले
लाजवाब.....!!
ख़बर हैं कि फ़िर कत्ल हुआ है उनके शहर में आशिक़ कोई ,
देखना कोई जाकर दोस्तों कहीं वो ही खंजर न पुराना मिले
ओये होये ....!!
मैं मर भी रहा हूँ यूँ करके कि मेरी मइयत में तो आयेंगे
कुछ तो 'दास्ताँ' उनसे खुलकर मिलने का बहाना मिले
सुधीर जी हर शे'र दिल के पास से गुज़रता हुआ सा लगा .....!!