प्यारे पथिक

जीवन ने वक्त के साहिल पर कुछ निशान छोडे हैं, यह एक प्रयास हैं उन्हें संजोने का। मुमकिन हैं लम्हे दो लम्हे में सब कुछ धूमिल हो जाए...सागर रुपी काल की लहरे हर हस्ती को मिटा दे। उम्मीद हैं कि तब भी नज़र आयेंगे ये संजोये हुए - जीवन के पदचिन्ह

Tuesday, November 10, 2009

सुना है उनकी तस्वीर ईनाम पाने को है



रोते बच्चे जो, मोहताज़ दाने-दाने को है
सुना है उनकी तस्वीर ईनाम पाने को है

फिर मुस्कुराती है, हर इक बात पर वो,
आँखों में उसकी सावन छाने को है.

सहमने लगा हैं यह शहर शाम ही से,
लगता है कोई त्योहार आने को है

बदलने लगे हैं, बात बात-ही-बात में वो,
दिल-ए-नादाँ तू धोखा खाने को है

तुझसे ही हैं, बावस्ता सारे गम मेरे यूँ तो
ज़माने की खुशियाँ वर्ना लुटाने को है

मिलने लगे हैं हंसकर सब दोस्त मुझसे,
खंजर कोई दिल आजमाने को है

मौत की राह है, देखता 'दास्ताँ' तू क्यूं
बहाने कम क्या जान जाने को हैं

10 comments:

  1. विड़ंबनाओं को बेहतरीन ढाला है शब्दों में, बधाई!!

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  2. रोते बच्चे जो, मोहताज़ दाने-दाने को है
    सुना है उनकी तस्वीर ईनाम पाने को है

    फिर मुस्कुराती है, हर इक बात पर वो,
    आँखों में उसकी सावन छाने को है.

    इससे सुन्दर गजल और क्या होगी!
    बधाई!

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  3. मिलने लगे हैं हंसकर सब दोस्त मुझसे,
    खंजर कोई दिल आजमाने को है
    अक्सर दोस्त खंजर लिए ही क्यों रहते हैं ....
    गहरी बात कह दी है ...!!

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  4. मिलने लगे हैं हंसकर सब दोस्त मुझसे,
    खंजर कोई दिल आजमाने को है......Yahi sach hai ...

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  5. गठी हुई रचना है यह - दुष्यन्त या राजेश रेड्डी याद आते हैं।

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  6. रोते बच्चे जो, मोहताज़ दाने-दाने को है
    सुना है उनकी तस्वीर ईनाम पाने को है

    बहुत खूब । वाह ।

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  7. bahoot hi bhaavok sher hain is gazal mein ... kuch hakeekat ke kareeb... kuch dil ke kareeb ...

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  8. phir muskraati hai he ik baat pr wo
    aankhoN meiN uski saavan chhaane ko hai

    bahut hi achhaa sher kahaa hai huzoor !!
    poori gzl padh lene pr
    bhaav-paksh bahut prabhaavshali
    lagtaa hai
    ek achhee gzl ke liye mubarakbaad

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  9. फिर मुस्कुराती है, हर इक बात पर वो,
    आँखों में उसकी सावन छाने को है.

    बहुत अच्छी और इमानदार कोशिश की है आपने अपनी इस रचना में...सभी शेर मुकम्मल और अच्छे हैं...लिखते रहिये...
    नीरज

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